मसूरी घूमने की जगह | Places to Visit in Mussoorie

नमस्कार दोस्तों ! यात्रा 99 में आपका स्वागत है. जैसा कि आप जानते हैं कि हम अपने ब्लॉग में आपको दुनियां की शानदार जगहों के बारे में बताते रहते हैं. आज कि पोस्ट “मसूरी में घूमने की जगह | Places to Visit in Mussoorie” में भी हम आपको एक प्रकृति की सुन्दर जगह मसूरी के बारे में बताने जा रहे हैं.

पहाडों की रानी मसूरी में घूमने की जगह| Queens of Hills | Mansuri Mein Ghumne Ki Jagah

दोस्तों मसूरी, पहाडों की रानी जिसे Queens of Hills के नाम से भी जाना जाता है। मसूरी की सुन्दर वादिया और खुबसूरत मौसम पूरे भारत में मशहूर हैं । मसूरी सिर्फ इंडियन टूरिस्ट की पसंद ही नही ब्लकि इंटरनेशनल टूरिस्ट के बीच में भी बहुत मशहूर हैं ।

मसूरी इंडिया की नोर्थेस्ट स्टेट उत्तराखंड के राजधानी देहरादून से 35 किलोमीटर दुर है। मसूरी, बच्चे, जवान और फैमिली के बीच में बहुत ही ज्यादा फैमिली स्पॉट बना रहता है।

Places_to_Visit_in_Mussoorie

मसूरी में आपकों बहुत सी जगह देखने को मिल जाएंगी जैसे –


• Waterfalls
• Mall road of mussoorie
• Natural beauty of mussoorie
• Tourist spot
• और मसूरी का खाना ।

ये सब मसूरी की खुबसूरती को चार चांद लगा देते है।

इस आर्टिकल में हम आपको मसूरी के 10 टूरिस्ट प्लेस बताने वाले है जहा आपकों घूमने जाना चाहिये। और साथ ही बताएगें की यहा पर घुमने का सही समय और कितने पैसे लगेंगे।

मसूरी में घूमने की 10 जगह | Mansuri Me Ghumne Wali Jagah | Masuri Ghumne Ki Jagah

दोस्तों आपको हम बता रहे है की लाइब्रेरी चौक को मसूरी का सिटी सेंटर माना जाता है. इसीलिए हम आपको सारे रास्तों की दूरी और समय, लाइब्रेरी चौक से ही बताने वाले है।

ज्वाला देवी मंदिर | Jwala Devi Temple Mussoorie

ज्वाला देवी मंदिर, लाइब्रेरी चौक से लगभग 8 किलोमीटर पर है। जहा पर आपको जानें में तकरीबन 20 से 25 मिनट लग सकता है । ज्वाला देवी का मंदिर उतना ही पुराना है जितना की माता वैष्णो देवी का मंदिर है । हिंदू स्नातन के ग्रंथ में बताया हैं की जब शिव जी माता सती का मृत शरीर लेकर जा रहे थे तो उनके 51 हिस्से शरीर के टूट कर धरती पर गिरे थे। जिस पर से उनका जीब और जलते हुए कपड़े इस मंदिर पर आकर गिरे थे। इसलिए इस मंदिर के पवित्र गुफा में पवित्र ज्योति हमेशा जलती ही रहती है।

साथ ही इस मन्दिर का वर्णन महाभारत में भी किया गया है । इसलिए हर साल नवरात्रो में सारे श्रधालू यहा पर माता ज्वाला देवी के दर्शन करने जरुर आते है। माता ज्वाला का मंदिर अपने हसीन वादियों के लिये बहुत मशहूर हैं । और आप यहा पर पैदल चढाई करके भी आ सकते है।

माता देवी का मंदिर सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक खुला रहता है। और शाम के 4 बजे से लेकर रात 8 बजे तक खुला रहता है।
इस मंदिर में आने की कोई भी एन्ट्री फीस नही है।

लाल टिब्बा मसूरी | Lal Tibba Mussoorie

लाल टिब्बा, लाइब्रेरी चौक से तकरीबन 7.5 किलोमीटर पर है जहा आपको पहुचने में आधा घंटा लग जाता है। लाल टिब्बा का मतलब है लाल पहाड़ । ये मसूरी का सबसे ऊचा पॉइन्ट है। और ये टूरिसटॉ के बीच बहुत मशहूर है । लाल टिब्बा के सुन्दर पॉइन्ट से आप हिमालयन माउंटेन की पूरी रेंज देख सकते हैं । और यहा तक की यहा के रूफ में टेलीस्कोप भी लगा है जहा से हिमालय का नजदीकी नजारा भी देख सकते हैं ।
लाल टिब्बा में घुड़सवारी और ट्रैकिंग करना जरुर चाहिये। इस जगह आपको एक केफे भी मिलेगा।

लाल टिब्बा का समय है सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक। और यहा की एन्ट्री फीस 40 रुपय/व्यक्ति हैं । यहा घूमने के लिये आपकों 1 घंटा ही काफी है। और अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो ये जगह फोटोग्राफी लेने के लिये बहुत ही अच्छी जगह है।

क्राइस्ट चर्च मसूरी | Christ chruch Mussoorie

Christ chruch, लाइब्रेरी चौक से सिर्फ 600 मीटर की दूरी पर है यहा पर आप पैदल भी जा सकते है। Christ chruch हिमालयन रेंज का सबसे पहला कैथलिक चर्च है। और ये मॉल रोड के कस्मंदा पैलेस से थोड़े ही पहले है। इस चर्च का निर्माण 1836 में ब्रिटिश कम्युनिटी के द्वारा किया गया था ।

अगर आप यहा घुमने का प्लान तब बनायें जब आप मॉल रोड घूमने का प्लान बना रहें हैं । और अगर आपका होटल मॉल रोड में ही है तो आप चर्च पैदल भी जा सकते हैं । इस चर्च का समय है सुबह 7 बजे से शाम 6:30 बजे तक। और ये चर्च संडे को खुलता है। सुबह के 8 बजे से शाम के 6:30 बजे तक । यहा पर जाने की कोई भी एन्ट्री फीस नही है ।

बस आपको ये सलाह दी जाती है की अगर आप वहा जाए तो ऐसे कपड़े पहन कर जाए जिसमें आपके कंधे और घुटने ढके हुए हो।

कैमल बेक रोड मसूरी | Camel Back Road

Camel back road, लाइब्रेरी चौक से तकरीबन 3 किलोमीटर पर हैं । और मसूरी मॉल रोड से आप यहा पैदल भी जा सकते है।Camel back road पीस वॉक करने के लिए मशहूर है। जहा आप प्रकृति का मजा लेते-लेते मसूरी की वादियों का मजा ले सकते है।

यहा पर सुबह की जोग्गिंग और शाम की वॉक करना सबसे मशहूर हैं । यहा पर आपकों बहुत से दुकान देखने को मिल जाएंगे जहा से आप अपने परीजनों के लिये कपड़े और भी चीजे खरीद सकते है।

ये 24 घंटे खुली रहती हैं लेकिन यह पर जाने का सबसे अच्छा समय सुबह 7 बजे से सुबह 10 बजे तक का हैं । और अगर आप यहा शाम को जाना जाते है तो 5 बजे के बाद ही जाए। यहा जाने की कोई भी एन्ट्री फीस नही है ।

गन हिल पॉइंट मसूरी | Gun Hill point Mussoorie

Gun hill point, लाइब्रेरी से तकरीबन 5 से 6 किलोमीटर की दूरी पर है । जहा आपको 20 मिनट जाने में
लगेगा । ये मसूरी का सबसे प्राचीन और दुसरा हाईएस्ट पॉइन्ट हैं । ये अपने फोटोग्राफी के लिए और 360 डिग्री हिमालयन नजारे के लिये मशहूर हैं ।

इस पॉइन्ट से आपको Doon valley साफ दिखेगी।

ये मसूरी का बहुत ही ज्यादा मशहूर जगह हैं जो मसूरी मॉल रोड से 400 फिट ऊपर है। यहा पर जाने के लिये आप रोपवे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं । जो मसूरी मॉल रोड से शुरु होती हैं ।

इस जगह का समय सुबह के 10 बजे से शाम के 6 बजे तक है। और यहा की एन्ट्री फीस 75 रुपय/ व्यक्ति है।

भट्टा फाल्स मसूरी | Bhatta falls Mussoorie Uttarakhnad

Bhatta falls , लाइब्रेरी चौक से तकरीबन 13 किलोमीटर की दूरी पर है । जहा आपको 30 से 34 मिनट का समय लग सकता है ।
Bhatta falls अभी नया पिकनिक सपोट बनाया गया है जो मसूरी के पास ही पडता है। और ये टूरिस्टो के बीच आजकल आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है ।

Bhatta falls ट्रैकिंग करने के लिये बहुत ही ज़बरदस्त जगह है।

यहा पर आपकों खाने पीने की कोई भी दिक्कत नही होने वाली है क्योंकि यहा पर फूड़ शॉप बनाया हुआ है।
यहा जाने के लिये आप रोपवे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं । यहा पर आने के लिये कोई भी एन्ट्री फीस नही है। यहा का समय सुबह 8 बजे से शाम के 5 बजे तक हैं ।

धनौल्टी मसूरी | Dhanaulti Mussoorie

ये लाइब्रेरी चौक से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है जहा पहुचने में आपकों 2 से ढाई घंटे लग सकते हैं । ये एक छोटा सा हिल स्टेशन है।
जो गढवाल हिमालयन रेंज के फूट हिल्स में बसा हुआ है। धानौलटी अपने प्रकृति सुन्दरता के लिये मशहूर है। यहा पर घूमने की जगह Eco park और Devgarh fort है। यह का ऐडवेंचर पार्क और टिहरी डाम भी जवान बच्चों के बीच बहुत मशहूर हैं। अगर आप मसूरी से धानौलटी जाने की सोच रहे है तो आप एक दिन में धानौलटी घूम कर भी आ सकते है। यहा पर घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून के बाद का है ।
तब यह की हरयाली देखते ही बनती है। यहा पर आप अपने गाड़ी से भी जा सकते है और नही तो आपको वहा पर किराए में टैक्सी भी मिल जाएगी।

मसूरी झील | Mussoorie lake


ये लाइब्रेरी चौक से तकरीबन 6 किलोमीटर की दूरी पर है जो देहरादून और मसूरी के हाईवे पर पड़ता है । मसूरी लेक सिटी बोर्ड के द्वारा बनाया गया एक टूरिस्ट प्लेस है। जहा पर आपकों खरीदने के लिए बहुत सारे समान मिल जाएंगे। यह पर एक haunted house भी हैं ।
आप वहा पर बोटिंग और एक्सट्रीम स्पोर्ट्स भी कर सकते हैं । जैसे की paragliding, KTV riding, skywalk और zip line.
और यहाँ की एन्ट्री फीस 12 रुपए हैं । और यहा का समय सुबह के 8 बजे से शाम के 7 बजे तक हैं ।

केम्पटी फाल्स मसूरी | Kempty Falls Mussoorie

ये लाइब्रेरी चौक से तकरीबन 14 किलोमीटर की दूरी पर है । जहा आपको पहुचने पर 35 मिनट लग सकता हैं । ये मसूरी का सबसे मशहूर टूरिस्ट प्लेस है। जहा पर हर साल लाखो टूरिस्ट आते है। यहा पर जाने के लिए आप रोपवे का भी इस्तेमाल कर सकते है। जिसमें आपकों आने और जाने की फीस 120 रुपय पड़ेगी। यहा पर वॉटर फॉल का मजा लेना तो बनता है । और आप यहा पर बोटिंग का भी मजा ले सकते है।

यहा का समय सुबह और शाम का है और यहा पर आने की कोई भी एन्ट्री फीस नहीं है । और यहा पर गर्मियों में आनें का सबसे अच्छा मौका है ।

मॉल रोड मसूरी | Mall Road Mussoorie

ये लाइब्रेरी चौक के बिल्कुल बगल में हैं लाइब्रेरी चौक से शुरु होकर पिक्चर प्लेस तक तकरीबन 2 किलोमीटर पर है ।
ये जगह फोटोग्राफी के लिए मशहूर हैं। और मसूरी का सबसे जबरदस्त होटल और रस्तोर्ंट मसूरी के मॉल रोड पर ही है।
मसूरी मॉल रोड घूमने का सबसे बेहतरीन तरीका पैदल चल कर जाने का है।

यहा पर बहुत ही मशहूर video game parlour और रस्तोरेंट भी है जो बच्चों के लिये आकर्षण का केन्द्र बना रहता हैं।
मसूरी की मॉल रोड इसके बिल्कुल प्राइम लोकेशन में है। अगर आप होटल में रुकना चाहतें हैं तो आप मॉल रोड पर ही ले।
यहा की एन्ट्री फीस फ़्री है लेकिन अगर आप आप अपने गाड़ी से आ रहे है तो आपकों यहा घुसने के लिये 150 रुपय देने होंगे।
और यहा घूमने का सबसे सही समय शाम का है ।

दोस्तों अगर आप इन 10 जगह पर घूमने जाना चाहतें है तो आप होटल मॉल रोड में ही ले ।
ताकि आप कही अच्छा जगह रुक कर इन सभी जगह में घूम सकते हैं ।

मसूरी का मौसम | मसूरी का तापमान | मसूरी कब जाये | Mussoorie Weather

पहाड़ों की रानी मसूरी का मौसम हमेशा सुहावना बना रहता है. साल के सभी महीने में मौसम (mussoorie temperature) बेहद खुशनुमा रहता है जिससे हर साल भारी संख्‍या में पर्यटक आकर्षित करते है। मसूरी हिल स्‍टेशन सभी मौसम में सुंदर लगता है इसीलिए इसे पहाड़ों की रानी कहा जाता है । फिर भी मसूरी घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून के बीच और सितम्‍बर से नवंबर के बीच माना जाता है।

तिरुपति तिरुमाला बालाजी यात्रा | तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करे 2023

हिंदू धर्म में संकट को हरने एवं कष्ट, बीमारी से मुक्ति दिलाने वाले एक मात्र ऐसे भगवान हैं जो इन सब से एक व्यक्ति को दूर रखता हैं तथा इनकी पूरे मन और श्रद्धा  से पूजा करने पर कोई भी विपत्ति इनके भक्त को छू भी नहीं सकती I और वो भगवान हैं तिरुपति तिरुमाला बालाजी महाराज I आइए पढ़ते हैं इस आर्टिकल में और समझते है इनके अवतार और चमत्कार को और साथ ही लोगों के प्रति इनकी श्रद्धा के बारे में I 

तिरुपति तिरुमाला बालाजी के दर्शन | Tirupati Balaji Ki Darshan

दक्षिण भारत के  मंदिर बहुत भव्य एवं प्रसिद्ध हैं तिरुपति बालाजी मंदिर सर्वाधिक मंदिरों में से एक हैं ये प्रभु वेंकटेश्वर बालाजी का मंदिर हैं जिन्हें विष्णुजी का अवतार माना जाता हैं ।ये आन्ध्र प्रदेश के चीतोंर ज़िले मे हैं ये दक्षिण में स्थित तालाब तिरुमाला के पास बना हैं इसके चारों तरफ पहाडियाँ शेषनाग के सात फ़नो के आधार पर सत्यगिरी कहलाती हैं I 

Tirupati Balaji Ki Darshan

मंदिर का इतिहास | Tirupati Balaji Mandir History

इस मंदिर का इतिहास 5 वी शताब्दी से शुरू होता हैं ये मंदिर सभी धर्मों के लिए खुला हुआ हैं भगवान बालाजी के मन्दिर को किसी ने नहीं बनाया हैं बल्कि ये मूर्ति स्वयं यहां पर प्रकट हुई थीं ।बालाजी के मूर्ति पर चोट का निशान हैं जहां औषधि के रूप में चंदन लगाया जाता हैं बालाजी के मूर्ति के सिर पर असली रेशमी बाल हैं इन बालों की विशेषता ये हैं कि इन बालों पर कभी उलझनें नहीं पड़ती, हमेशा साफ़ ही दिखाई पड़ती हैं । 

तिरुपति बालाजी  में करने वाला महत्वपूर्ण  दान कौन सा है? | Tirupati Balaji Me Kya Dan Kare

दोस्तों इस मंदिर में केश दान की परम्परा बहुत ज्यादा प्रचलित हैं मन्नत पूरी होने पर लोग यहाँ पर अपने केश दान करते हैं और इसका एक गहरा अर्थ भी हैं कि अपने केश के साथ घमंड और बुराई को समर्पित कर देना लगभग 20,000 लोग अपने केश दान करते हैं । मंदिर की प्रतिमा को अगर ध्यान से सुना जाए तो इस मूर्ति के भीतर से समुद्र की लहरें सुनाई देती हैं । बालाजी की मूर्ति हमेशा नम रहती हैं मगर ऐसा क्यूँ हैं आज तक इसका पता नहीं चला हैं I 


तिरुपति बालाजी का प्रसाद | Tirupati Balaji Mandir Prasad

मंदिर में रोजाना 3 लाख लड्डू बनते हैं इस मन्दिर से 23 किलोमीटर दूर एक मंदिर हैं जहां लोग बहुत पुराने नियमों के तरीकों से रहते हैं उसी गाँव से लाये गये फूल,फल, घी, मक्खन आदि मंदिर में चढाए जाते हैं। इस गाँव का किसी को पता नहीं है और ना ही किसी भी व्यक्ति को वहाँ जाने की अनुमति हैं भगवान बालाजी के छाती में हमेशा लक्ष्मी जी विराजमान रहती हैं माता यहाँ पर रहती हैं इसका पता तब चलता हैं जब हर गुरुवार को बालाजी का पूरा श्रृंगार उतार कर उन्हें स्नान कराया जाता हैं और फिर उन पर चंदन का लेप लगाया जाता हैं जब चंदन का लेप हटाया जाता हैं तो हृदय पर माता लक्ष्मी कि छवी  उभर कर आती हैं I 

लोगों की मान्यता के अनुसार माने | Tirupati Se Aap Kya Samajhte Hain

दोस्तों आपकों जानकर हैरानी होगी कि यहां पर गर्भगृह में एक दीपक बिना घी,तेल के हजारों सालों से जल रहा हैं ये सब केसे होता हैं आज तक किसी को पता नहीं चला। पचाई कपूर को किसी साधारण प्रतिमा में लगाने से वो पथर धीरे-धीरे चटक जाता हैं लेकिन वेंकटेशवर भगवान का चमत्कार ही हैं जो पचाई कपूर को वेंकटेशवर प्रतिमा पर चढ़ाने पर इस प्रतिमा पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता हैं। अन्य मंदिरों की तरह यह भी भगवान को और भगवानों की तरह तुलसीपत्र चढ़ाया जाता हैं लेकिन उसे भक्तों को प्रसाद के रूप मे नहीं दिया जाता I पूजा करने के बाद उस तुलसीपत्र को मंदिर परिसर में मौजूद एक कुएं में डाल दिया जाता है, फिर उसको मुड़कर कभी देखा नहीं जाता हैं इस मंदिर में मांगी जाने वाली हर मन्नत पूरी होती है| मन्दिर के मुख्य द्वार के बायीं ओर एक छड़ी हैं ऐसा माना जाता हैं कि इस की छड़ी से बाल्यावस्था में इस छड़ी से बालाजी की पिटाई की गयी थी और उनकी ठुड्डी पर चोट लग गयी थीं इस कारणवश उनकी ठुड्डी पर शुक्रवार को चंदन का लेप लगाया जाता हैं ताकि उनका घाव भर जाए ,अगर जब आप बालाजी के गर्भ गृह में जाकर देखेंगे तो पाएंगे कि मूर्ति गर्भगृह के मध्य में स्थित हैं वही अगर गर्भगृह के बाहर आकर देखेगें तो ऐसा लगेगा कि मूर्ति दायी ओर स्थित है I भगवान की प्रतिमा को प्रतिदिन नीचे धोती और ऊपर साड़ी से सजाया जाता हैं । ऐसा मान्यता है कि बालाजी पर ही माता लक्ष्मी जी का रूप समाया हैं और इसी कारण से ऐसा करा जाता हैं I इस मंदिर पर जो भी पुष्प माला चढ़ाया जाता हैं उन्हें मूर्ति के पीछे ही फेंक दिया जाता हैं ऐसी मान्यता हैं कि इसे देखना अशुभ और पाप माना जाता हैं ।वेसे तो भगवान बालाजी की प्रतिमा एक विशेष चिकने पत्थर से बनी है मगर ये पूरी तरीके से जिवंत लगती हैं मन्दिर के वातावरण को काफी ठंडा रखा जाता हैं दोस्तों आपकों जानकर काफी हैरानी होगी कि बालाजी की मूर्ति का तापमान हमेशा 110 डिग्री F रहता हैं और मूर्ति को पसीना भी आता हैं जिसे पुजारी समय समय पर पोछते भी रहते है ।

दोस्तों क्या आप जानते हो कि ये मंदिर दुनिया के सबसे अमीरों  के मन्दिरों के गिनती में आता हैं पर आपको जानकर हैरानी होगी कि यह तिरुपति बालाजी गरीब है और कर्ज तले दबे हुए हैं जी हाँ दोस्तों आपने बिल्कुल सही सुना है ये मन्दिर तो अमीर हैं पर भगवान गरीब है । 

तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करे 2023 | TTD Online Room Booking | TTD Online Tickets

तिरुपति बालाजी का मंदिर सबसे अमीरों मन्दिरों में से एक हैं अगर आप यहाँ हर महीने कभी किसी भी दिन जाते हो तो आपको यहाँ पर भक्तों की हमेशा भीड़ ही दिखाई देगी , अगर आप यहां किसी भी प्लानिंग के बिना जाते है तो आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं आपके 3 या 4 घण्टे दर्शन टिकट खरीदने में ही निकल जाएंगे और होटल मे रूम मिलना भी मुश्किल होता हैं क्योंकि 4 या 5 घण्टे तो दर्शनं की लाइन में खडा रहना पड़ता है इन सब तकलीफों के बाद  स्टेमिना खत्म हो जाता है ।इसलिए जब भी बालाजी के दर्शन करने जाए तो हमेशा प्लानिंग के साथ जाए I 

तिरुपति बालाजी दर्शन ऑनलाइन टिकट बुकिंग 2023 | Tirupati Balaji Temple Ticket

अगर आप दर्शन के लिए जाए तो कौन सी रैल जाती है तिरुपति बालाजी के लिए तो उसका पता आप वेबसाइट के www.irctc.co.in.com पर जाकर भी पता कर सकते है । कुछ ट्रेन तिरुपति पर जाकर रुकती हैं और कुछ ट्रेन तिरुपति से पहले 5 किमी रेनीकुन्ठा नाम का स्टेशन लगता हैं वहाँ पर रुकती हैं रैल की सूची देख कर आप पता कर सकते हैं अगर आपको सीधे तिरुपति रुकने वाली रैल मिलती हैं तो बहुत अच्छा होगा ।वर्ना रेनीकुन्ठा नाम स्टेशन भी रैल बुक करा सकते हो, वहाँ से भी आपको प्राइवेट बस या ऑटो मिल जाएगी I दोनों बालाजी मंदिर आने और जाने का टिकट कन्फर्म करा ले I

आपकों होटल में रुकना है उसी हिसाब से टिकट बुक करा ले I दूसरी बात यह है कि बालाजी के दर्शन करने के लिए ही बहुत ज्यादा समय लग जाता है इसका दूसरा तरीका यह है कि आप स्पेशल एंट्री दर्शन [ttd 300 rs ticket online booking] का, आप 300 रुपये देकर भी बालाजी के दर्शन कर सकते हों I 4 से 5 घन्टों में भी आप बालाजी के दर्शन कर सकते हो इसके लिए आपको 90 दिन पहले या 3 घण्टे पहले एडवांस्ड में भी टिकट बुक करा सकते हो I 

तिरुपति बालाजी यात्रा स्पेशल टिकिट | TTD 300 Rs Ticket Online Booking

स्पेशल प्रवेश के लिए आपको तिरुपति तिरुमाला जी की वेबसाइट https://www.tirumala.org/ पर जाना हैं सबसे पहले आपको साईन अप करना होगा फिर वहाँ जाकर पास वर्ड बनाना होगा, फिर वहाँ  लॉगिन करके आपके सामने होम पेज खुल जायेगा I वहाँ पर सर्विस पर आपको स्पेशल एंट्री दर्शन क्लिक करना होगा,आप जिस दिन से बालाजी के दर्शन करना चाहते हो उस दिन का तारीख सेलेक्ट कर ले और उस दिन का टाइम देख लें और आपकों जिस दिन दर्शन करना हैं सेलेक्ट कर लीजिए I और फिर आगे कन्टिन्यू करे I और इसके आगे आपकों जो जो प्रोसेस  करने को बोले आगे वो वो करते जाएये I लास्ट में पेमेंट का ऑप्शन आयेगा उसको पूरा कीजिए फिर इसके बाद आपका स्पेशल एंट्री दर्शन बुक हो जायेगा I उसका दो कॉपी प्रिंटआउट करके रख ले I होटल में रूम बुक करने के लिए 90 दिन पहले या 1 दिन पहले भी बुक कर सकते हों I रूम बुक करने का प्रोसेस जेसे स्पेशल एंट्री दर्शन के तरह ही हैं I आप  https://www.tirumala.org/  पर जाकर accommodation में जाकर क्लिक करके बुक कर सकते हों I 

क्या है TTD | TTD Full Form

दोस्तों अगर आप तिरुपति तिरुमाला बालाजी के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग करते है तो आपको अब https://www.tirumala.org/ वेबसाइट पर जाना होता है | लेकिन पहले इसके लिए आपको ttdsevaonline.com वेबसाइट पर जाना होता था | जोकि अब काम नहीं कर रही है | इस वेबसाइट में TTD का मतलब या फुल फॉर्म होता है “Tirumala Tirupati Devasthanams” | यह तिरुपति तिरुमाला बालाजी अधिकारिक वेबसाइट है |

तिरुपति बालाजी दर्शन के सफर करते समय ध्यान रखने वाली बातें | Tirupati Balaji Yatra Useful Tips | तिरुपति बालाजी दर्शन के नियम

  • जब भी रैल में सफ़र करे तो उस दौरान पीने का साफ बोतल का पानी ही लेकर जाए I
  • स्टेशन में बिकने वाली तेल से बनी चीजें आपकों नहीं खाना हैं और आपके साथ अगर बच्चे जा रहे हैं तो उनको पहले ही समझा देना है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से कुछ ना ले I
  • अगर आप इन सब बातों का ध्यान रखते है तो आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी और आपकों दर्शन के दौरान मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा I 
  • दूसरी बात आपकों वहां पहुंच कर सबसे पहले अपने बुक किये हुए रूम को देखना है फिर आराम करना है क्योंकि सफर में आप इतना थक जाएंगे कि आप बस से उतरते ही आराम करने का मन करेगा I 
  • बस से उतरते ही बगल में CRO का ऑफिस हैं वहाँ जाकर आपकों रूम बुकिंग का प्रिंट आउट दिखाना है या 500 रूपए भरना पड़ता है I CRO ऑफिस का बाबु आपका एक प्रिंट आउट कॉपी रख लेगा और दूसरा आपकों दे देगा इससे आपको पता चल जाएगा कि आपकों कौन से काम्प्लेक्स में रूम मिला हैं ।
  • CRO ऑफिस के बगल में ही पूछताछ काउन्टर है वहाँ से आपकों अपने रूम का पता चल जाएगा I वहाँ के लोगों को बहुत कम हिन्दी और अंग्रेजी आती हैं तो पूछताछ केंद्र में ही सही रहेगा I 

तिरूपति बालाजी दर्शन का समय | तिरुपति बालाजी दर्शन टाइमिंग | Trip to Tirupati Balaji Darshan Timing

मंदिर सुबह 6 बजे से रात के 9 बजे तक खुलता हैं ।

अगर आप वहाँ जाते हैं तो आपको कोरोंना का ध्यान रखते हुए पूरा टीकाकरण होना आवश्यक हैं ।और साथ में मास्क और सेनिटायजर भी ले जाना चाहिए और हो सके तो 2 गज की दूरी भी अपनाये तो ज्यादा सुरक्षित रहोगे I

तिरूपति बालाजी टोल फ्री नम्बर | TTD Toll Free Number | Tirupati trip Helpline Number

 1800 425 4141

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